कभी उन बच्चों को ज़रा गौर से देखना
जिनके नसीब नहीं कभी मनचाहा खाना
पेट की आग को बुझाते है कैसे वो लोग
भूख की अगन पर बस पानी डाल लेना
उनका गलियों में दर-दर यूं भटकते रहना
किसी से कुछ मिला तो आपस में बाँटना
जो ना मिला कभी तो अपलक निहारकर
बंगलों से आ रही महक को यूंही पी लेना
नसीब में कहाँ उनके है ठोर या ठिकाना
जहाँ छत मिले सिमट कर आसरा पाना
धूप या बारिश मौसम की मार सहते हुए
पूरे दिन परिवार का भोजन ही तलाशना
सीख लो अमीरों, इनसे मिलजुल कर रहना
बचे पकवानों को यूं बाहर कभी ना फेंकना
कईयों का पेट भरेगा इन्हें हाथों से खिलाना
ज्यादा नहीं बस तुम इनकी दुआओं में रहना
#stopwastingfood
#रश्मि
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