खुले आसमान में भी कैसे मुस्कुरा लेता है बचपन,,, एक उम्मीद मन में लिये कभी तो रोशनी की एक किरण जगमगायेगी
कविता, के अन्तर्गत गरीब बच्चों का चित्रण है।भूख के कारण उनकी हालत कैसी होती है।
अनाथ उपेक्षित बचपन जो अपना दिन रात सड़को पर बिताने को मजूर है। उनके जीवन का सच हम नहीं महसूस कर सकते।
गरीबी की विवशता ! शिक्षा और एनी अधिकारों से वंचित बच्पब की एक झलक !